Friday 22 May 2020

The amazing Life Story of Successful Business Coch Dr. Vivek Bindra


 


Dr. Vivek Bindra sir was born on April 5, 1978, in Delhi. When Bindra is only at two and a half years old, his father died and his mother has married again. He did not receive the love of both parents as a youth. Till now you’d get to understand how he sacrifices their entire life. It could be observed that if their life could not happen today if they had lost their difficulties in their life.


Childhood of Vivek Bindra,

His youth was spent with great difficulty. His Education has been performed from St. Xavier school Delhi (1999-2001) and finished his Integrated MBA degree from one of the renowned universities in India I. e.Amity University. Following the incident does occur in the life span of Dr. Vivek Bindra sir, normally he spent his entire life with Uncle.

He faced many problems in youth the buddies playing...  Read Continue

Tuesday 4 February 2020

ग्रेट खली के बाद जलवा बिखेर रहे Rinku Singh Rajput Biography

WWE की दुनिया में द ग्रेट खली के बाद जलवा बिखेर रहे इंडियन रेसलर रिंकू सिंह राजपूत सभी भारतीय रेसलर दर्शकों के चहेते हो गए हैं। रिंकू सिंह राजपूत एक भारतीय पेशेवर पहलवान है, जिन्होंने डब्ल्यूडब्ल्यूई कंपनी के साथ अनुबंध किया है। रिंकू सिंह की कुश्ती NXT रिंग में होती है।

रिंकू सिंह राजपूत का संक्षिप्त परिचय

भारत की शान रिंकू सिंह राजपूत का जन्म 8 अगस्त 1988 को उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में गोपीगंज नामक गांव में एक बहुत ही गरीब परिवा में हुआ था। इनके पिता ट्रक ड्राइवर थे। इनके घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी जिसके कारण बचपन में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन दिनों परिवार के 9 सदस्य एक ही कमरे में रहा करते थे। 

रिंकू सिंह का स्पोर्ट में रुचि

रिंकू सिंह शुरू से ही स्पोर्ट में रुचि रखते थे। इन्होंने बहुत कम उम्र से ही जैवलिन थ्रो करना और क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। साथ ही  आपको बता दें रिंकू सिंह जूनियर नेशनल जैवलिन मेटलिस्ट भी हैं। रिंकू सिंह राजपूत ने बेसबॉल में अपना कैरियर सन 2008 में एक इंडियन रियलिटी टीवी शो से शुरू किया था।
जिसका नाम था “मिलियन डॉलर आर्म” , जब रिंकू सिंह को इसके बारे में पता चला तब उन्होंने इसमें भाग लेने का फैसला लिया। उन्होंने हमेशा से ही अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधार कर अपने पिताजी को ट्रक ड्राइवर की नौकरी से छुटकारा दिलाने की .. Continue

Monday 20 January 2020

Tanhaji Malusare Biography असल में कौन है तानाजी मालूसरे



भारत  देश के इतिहास में बहुत से वीर योद्धाओं ने जन्म लिया। उनकी शूरवीरता की कहानी आज दुनिया भर में प्रसिद्ध है, जिन्होंने न केवल देश की रक्षा की बल्कि देश के लिए बहादुरी से हंसते हंसते अपनी जान की आहुति भी दे दी।
आज ऐसे ही एक वीर योद्धा के बारे में हम आपको बताएंगे जिसकी साहस और शौर्य की मिसाल आज भी कायम है। इतिहास के पन्नों में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। इस वीर योद्धा का नाम है तानाजी मालूसारे .
तानाजी माली सारे का जन्म 16 वीं शताब्दी मैं महाराष्ट्र के कोकण नामक प्रांत में हुआ था वह एक हिंदू कोली परिवार में पैदा हुए थे तानाजी को बचपन से ही तलवार से खेलने का शौक था और इसी शौक बाजी के कारण उनकी मित्रता छत्रपति शिवाजी से हुई तानाजी शिवाजी के सबसे घनिष्ठ मित्र थे आगे चलकर छत्रपति शिवाजी ने तानाजी को अपनी सेना का सेनापति और मराठा साम्राज्य का मुख्य सूबेदार घोषित कर दिया था
छत्रपति शिवाजी तानाजी मालुसरे साहसी एवं बहादुर होने के साथ-साथ  Continue....

Tuesday 14 January 2020

कैफ़ी आज़मी की 101 वीं जन्मदिन पर सेलिब्रेट कर रहा Google


Kaifi Azmi Biography – दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन में से एक गूगल ने डूडल बनाकर आज उर्दू के मशहूर शायर कैफी आजमी को याद किया है। गूगल कैफ़ी आज़मी की 101वीं जयंती को सेलिब्रेट कर रहा है।

Google द्वारा कैफ़ी आज़मी की जयंती को सेलिब्रेट करने का अंदाज गूगल ने अपने डूडल में कैफ़ी आज़मी की तस्वीर लगाकर दिखाया है। इस तस्वीर में वे माइक पर कुछ बोलते हुए नजर आ रहे हैं।

आखिर कौन है कैफ़ी आज़मी (Kaifi Azmi Biography)

कैफ़ी आज़मी का जन्मदिन दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल इस प्रकार मना रहा है इसके पीछे क्या राज है। कौन है ये कैफ़ी आजमी,    Read Continue




आखिर कौन है लक्ष्मी अग्रवाल जिसका फिल्म छपाक में किरदार निभा रहीं दीपिका पादुकोण


कहते हैं, इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो शायद समय और भाग्य भी अपना रुख बदल लेता है। और इस तथ्य को साबित कर दिखाया एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल ने। शायद लोगों का मानना होता है कि इस दुनिया में केवल खूबसूरत लोग ही पसंद किए जाते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसी रियल लाइफ हीरो के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि एसिड अटैक सर्वाइवर हैं। और एसिड अटैक सर्वाइवर होने के बाद भी इस समाज में डटकर खड़ी रहीं। और उन्होंने एसिड अटैक से जुड़ी घटनाओं का खुलकर विरोध किया।
लक्ष्मी अग्रवाल ने इस समाज के सामने अपने विचारों आपबीती को प्रस्तुत किया। शायद यह घटना कहने और सुनने में साधारण लग सकती है लेकिन यह लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन मे घटित घटना कोई साधारण घटना नहीं थी। 
मिडिल क्लास फैमिली की एक लड़की इंडियन आइडियल में जाना चाहती थी। वह सिंगर बनना चाहती थी। हर लड़की की तरह लक्ष्मी अग्रवाल भी अपना एक सपना सजोई हुई थी। लेकिन उस लड़की को शायद यह नहीं मालूम था कि उसकी जीवन कुछ और ही रुख लेने वाली है।
लक्ष्मी अग्रवाल का जन्म 1 जून 1990 में नई दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। सभी लड़कियों की भांति उनका भी सपना था कि वह एक सिंगर के रूप में कैरियर बनाएं। लेकिन 15 साल की उम्र में एक लड़के द्वारा एकतरफा प्यार ने उनकी जिंदगी बदल के रख दी। महज 15 साल की उम्र में लक्ष्मी अग्रवाल पर मनबढ़ लड़कों द्वारा एसिड अटैक किया गया, जिसकी......  Read Continue


Saturday 11 January 2020

दो शेरो की दोस्ती


एक घने जंगल में दो शेर रहते थे।  एक बूढ़ा शेर व दूसरा जवान शेर।  उन दोनों शेरों में बहुत ही गहरी मित्रता थी। उस पूरे जंगल में उन्ही  दो शेरो का राज चलता था। जंगल के बाकी सभी जानवरों में उन दोनों शेरों का डर रहता था। ये दोनों शेर जंगल के जिस तरफ जाते जंगल का क्षेत्र पूरी तरह शांत और खाली हो जाता।
इन दोनों शेरो की मित्रता देख जंगल के सभी जानवर बहुत जलते थे। क्योंकि इन दोनों शेरो को एक साथ होने से जंगल में किसी दूसरे जानवरो का राज नहीं चल पाता.....  Continue

हॉस्टल में हुआ प्यार

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मेरी उम्र 20 साल की थी, जब मैं मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली गई। दिल्ली के मुखर्जी नगर के एक प्राइवेट हॉस्टल में रहना होता था। हॉस्टल में बहुत सारी लड़कियां रहती थी, लेकिन मेरी सबसे अच्छी दोस्त मेरी रूम पाटनर रितु थी। मैं उससे बहुत प्यार करती थी और वह भी। उसका एक बॉयफ्रेंड था जिसका नाम रोहित था। अक्सर रोहित रितु से मिलने पास के एक गार्डन में आया करता।
एक दिन हॉस्टल में रितु की बर्थडे पार्टी चल रही थी। हम सभी ने खूब मस्ती की। रात के 11:00 बज रहे थे, हॉस्टल में लड़कों का आना मना था, इसलिए रोहित बगल के गार्डन में रितु का इंतजार कर रहा था। लेकिन रात 10:00 बजे के बाद हॉस्टल से बाहर जाना वार्डन की तरफ से मना था। रितु गार्डन में पहुंचने के लिए काफी परेशान हो रही थी, वह मुझसे वार्डन से बात...... Continue